सवारी का इंतज़ार by Richard Caton Woodville - १८५१ - ३८.१ × ४६ cm सवारी का इंतज़ार by Richard Caton Woodville - १८५१ - ३८.१ × ४६ cm

सवारी का इंतज़ार

कैनवास पर तेल के रंगों का इस्तेमाल • ३८.१ × ४६ cm
  • Richard Caton Woodville - 30 April 1825 - 13 August 1855 Richard Caton Woodville १८५१

इस चित्र को ध्यान से देखिये |  क्या इसमें कुछ अलग दिख रहा है ? तीन इंसान एक बग्घी वाली सवारियों के प्रतीक्षा-कक्ष भांति मधुशाला में इकठ्ठा हैं | उनमें से दो लोग पत्ते खेलने में मशगूल हैं एवं तीसरा पास ही में कड़े होकर एक अखबार पढ़ रहा है | इसके बावजूद वह एक अंधे इंसान की ऐनक पहने हुए हैं और उस अखबार का शीर्षक है- 'द स्पाई'(the spy; अर्त्थाथ: जासूस ); इस कारण इस चित्र से छल एवं जासूसी के संकेत मिल रहे हैं, जो की चित्रकार रिचर्ड काटन वूड्विल की कला को देखा जाए तो एक बहुत सामान्य पहलु है | इस अत्यंत ही विस्तृत आतंरिक दृश्य में कई ऐसे सुराग हैं जो साथ में एक कहानी बुनते हैं | खड़े हुए व्यक्ति को अपने स्थान से अपने नीचे दोनों खिलाडिओं के पत्तों को देख सकता है, और यात्री जान पड़ते खिलाडी (नीचे रखे हुए बसते पर ध्यान दीजिये), जो खुद एक धोकेबाज़ हो सकता है, के साथ सामने वाले को हराने की एक चालाक साज़िश में शामिल हो सकता है |  तीसरे व्यक्ति के पास रखी शादी की अंगूठी से इस खेल के भारी दाँव का भी अंदाज़ा लगाया जा सकता है |

अपनी चित्रकारी के अल्पकालिक व्यवसाय के बावजूद, वूड्विल ने खुद को एक नामी शैली कलाकार के तौर पर स्थापित कर लिया था जिनकी कला अमेरिका की सामाजिक एवं राजनैतिक ज़िन्दगी की एक छवि दिखाती थी | २० साल की उम्र में वह कला पढने जर्मनी विस्थापित हुए और अपनी बाकी की ज़िन्दगी विदेश में ही काटी | इसके बावजूद, उन्होंने कभी भी यूरोप में अपनी कला को प्रदर्शित नहीं किया; बल्कि वह अपने चित्र पूर्ण करने के बाद अमेरिका वापिस भेजा करते थे जहाँ उनकी कला का प्रदर्शन अमेरिकन आर्ट यूनियन या अमरीकी कला संघ द्वारा किया जाता था |  विदेश में रहते हुए वूड्विल अपने गृहनगर बाल्टिमोर के चित्र अपने साथ लाये हुए रेखा चित्रों की मदद से बनाया करते थे | वह अमेरिका सिर्फ दो अवसरों पे गए. जब उन्हें और विषय वास्तु की आवश्यकता थी | वूड्विल की मृत्यु ३० की उम्र में एक आकस्मिक हालत में ज़रुरत से ज्यादा अफीम के सत्व लेने के कारण हुई थी | तब तक वह सिर्फ २० तेल के रंगों से बनाये चित्र पूरे कर पाए थे|

- मार्टीना केओगन