रॉबर्ट हेनरी (१८६५-१९२९) एक अमेरिकी चित्रकार और शिक्षक थे जो कि सामान्य पृष्ठभूमि वाले आम लोगों के प्रगाढ़ चित्रण के लिए जाने जाते थे। वो अपने कार्यों मे जीवन का साहसी हिस्सा दिखाना चाहते थे और उस समय प्रसिद्ध कुलीन और ललित विषयों के विरुद्ध थे। परिवार के न्यूयॉर्क जाने के बाद हेनरी ने अपनी पहली कलाकृति १८ वर्ष की उम्र में चित्रित की। कला के क्षेत्र में पेशेवर काम करने की अपनी इच्क्षापूर्ति के लिये हेनरी विदेश पढ़ने गए और पेरिस के प्रसिद्ध और सम्मानित इकोल डी ब्युक्स ऑर्ट्स में प्रवेश पाया जहाँ उन्होंने शैक्षिक यथार्थवाद के शैली की पढ़ाई की।
अंतत: हेनरी न्यूयॉर्क लौट आए जहाँ उन्होंने पेरिस में सीखी हुई अकादमिकता को छोड़ दिया और शहरी यथार्थवाद पर ध्यान देते हुए चित्रकारी शुरु की जिसमें कामकाजी लोग और संबंधित परिदृश्य चित्रित किए गये थे। उन्होंने ऐश्कैन विद्यालय की शुरुवात की और इस आंदोलन के आध्यात्मिक पिता कहलाए। ऐश्कैन विद्यालय अकादमिक चित्रकारी की कलाओं की उपेक्षा करते हुए जीवन को और अधिक यथार्थवादी परिपेक्ष्य में दर्शाता है जो उनके समय और अनुभव के बारे में बताता है।
उनकी रूचि गतिशील समरूपता में भी हुई जो कि चित्रकला में नियमों और संयोजन को परिभाषित करने वाली एक जटिल प्रणाली है। उनका बनाया हुआ चित्र हेलेन इसी प्रणाली द्वारा चित्रित उनके कुछेक कलाकृतियों में से एक है। हेनरी ने मजबूती से जोर देकर बनाई हुई रेखाओं और गहरे रंगों का प्रयोग करके उसकी त्वचा के पीलेपन की तुलना में अंतर दिखाकर चित्र में चमक और प्राण भर दिए।
रॉबर्ट हेनरी की ६४ वर्ष की उम्र में कैन्सर की वजह से मृत्यु हो गई जिसके बाद मेट्रोपॉलिटन कला संग्रहालय में उनकी ७८ कलाकृतियों की स्मारक प्रदर्शनी लगाकर उन्हें सम्मानित किया गया है।
हेईदी वर्बर