आर्ल्स में वैन गोग के साथ कुछ समय बिताने के बाद, गोगेन ने एक बार फिर ब्रिटनी को १८८९ से १८९० के दौरान अपने कार्यस्थल के रूप में चुना. समुद्र पर दो ब्रेटन लड़कियां इस काल की सबसे बेहतरीन नमूनों में से है, और उसमे सुर्ख लाल, हरे और नीले रंग का उपयोग गोगेन के क्लाइसोनिस्म शैली के सृजन को दर्शाता है, यह शैली अपने विशिष्ट प्रारूप के लिए जानी जाती है जो उनकी हस्ताक्षर शैली बनी. यह कृति ब्रिटनी के ले पौलडू शहर में शरद ऋतू में बनाई गयी और दो लड़कियों को उस क्षेत्र की वेश-भूषा में दिखाती है. पेस्टल में बनी दो आकृतियों को दर्शाती इसकी एक प्रारंभिक रेखाचित्र, वर्त्तमान में लंदन के एक निजी संग्रह में है. यहाँ, एक वृहद् स्तर पर पूरी की गयी कृति इन दो लड़कियों की आकृतियों को बिलकुल सामने बाएं किनारे पर ले आती है, जबकि इसका रंगों का सपाट उपयोग बेशक उस काल के लिए क्रांतिकारी शैली थी. गोगेन १८९१ में ताहिती प्रस्थान के पश्चात् इस शैली को एक कदम और आगे ले गए.
क्या आप और गोगेन चाहते हैं? कोई चिंता नहीं, वे आपका यहाँ इंतजार कर रहे हैं :)