ओरिगामी स्वप्न  by Adolphe Piot - १८५०-१९१०  - ५२ x ३९.५ सेमि  ओरिगामी स्वप्न  by Adolphe Piot - १८५०-१९१०  - ५२ x ३९.५ सेमि

ओरिगामी स्वप्न

कैनवास पर तैलिये • ५२ x ३९.५ सेमि
  • Adolphe Piot - c. 1825 - c. 1910 Adolphe Piot १८५०-१९१०

अडोल्फ पिओट एक फ़्रांसिसी चित्रकार थे जिनोह्णे फाइन आर्ट्स ऑफ़ पेरिस में पढ़ाई की जहाँ वे लीओन कोग्निएट के शिष्य बने I उनसे पिओट ने मानव आकृति का चित्र बनाने में रूचि का विकास किया I उन्होंने १८५० में पहली बार पेरिस सलोन में प्रदर्शित किया I उनके जीवन के बारे में बहुत कम ही ज्ञात है मगर हम जानते हैं की १८६४ में वे न्यू यॉर्क सिटी में रहते थे और नेशनल अकादमी ऑफ़ डिज़ाइन में चित्र प्रदर्शित किया I  उसके बाद वे पेरिस लौट आए और संभ्रांत समाज में लोकप्रिय हो गए; कई महिलाएं उनसे अपना चित्र बनवाना चाहती थी I 

उन्होंने अमीर पेरिसवासियों में चित्रों की बढ़ती मांग का लाभ उठाया जिसकी वजह से उनसे बनवाये गए अधिकांश चित्र महिलाओं के थे I 

पिओट खासतौर पर जवान महिलाओं के चित्र बनाना पसंद करते थे I बहुत कम चित्रकार ही उनकी तरह नारीसुलभ छवि को अबोध और सुरुचिपूर्ण तरह से दर्शाने में कुशल थे I उनकी शैली उस वक़्त के मध्यमवर्गीय लोगों की पसंद बेले एपोक की अनुरूप थी I 

वह अक्सर मॉडल की चेहरे और चेहरे की रेखाओं को उभIरने की लिए काले या गहरे पृष्ठभूमि का उपयोग करते थे जैसा की आज की तस्वीर में किया गया है I इसमें बालिका का आदर्शीकरण हुआ है और वह कोमलता से परिपूर्ण हैं; जिस भाव को कलाकार दर्शाना चाहते हैं उसे लड़की की शर्मीली मुस्कान कुछ हद तक प्रदर्शित कर रही है I इस चित्र में ओरिगामी की मौजूदगी (कला इतिहास में दुर्लभ) की वजह से इसे सीने दे जानरा शैली में वर्गीकृत करना चाहिए I इसमें एक चिड़िया लगभग गिर रही है जो इस चित्र को और गहराई देती है I 

- टोनी गौपिल

पि.एस. १९वी सदी की पेरिस की कला जगत में गोते लगाने की लिए हमारे लेख मोंटमार्टर – डी होम टू मेनी इंस्पिरशंस को देखे I