प्रोफ़ेट मुहम्मद के कहनी और करनी का यह संकलन मुसलमानो के लिए नैतिक और क़ानूनी दिशानिर्देश का काम करता था, और आज भी करता है। इस हस्तलिपि मैं चार हडिथ हैं जो कृति के शीर्षक से सम्बंधित हैं, जिसका अनुवाद मोटे तौर पर 'हम इंसान हैं' है। यह शीर्षक 'थूलुथ' लिपि मैं बड़े अक्षरों मैं काग़ज़ के ऊपर की ओर लिखा हुआ है। 'थूलुथ' लिपि एक मोटी लिपि है जो अक्सर क़ुरान और अन्य ग्रंथों के शीर्षकों को लिखने मैं इस्तेमाल होती है। यह चार हडिथ का अनुवाद कुछ इस प्रकार हैं:
- "जो भी सही काम के लिए झूट बोलने के इलावा झूट नहीं बोलता है, उसके लिए जन्नत के साढ़दों पर एक घर बनाया जाएगा। जो ख़ुद को सही जान कर बहस करने से ख़ुद को रोकता है उसका घर जन्नत के भीतर बनाया जाएगा। और जिसका चरित्र अच्छा हो, उसका घर जन्नत के ऊँचाइयों मैं बनाया जाएगा।"
- "जो ख़ामोश है, वह बचाया गया है।"
- "अगर कोई अपने भाई के पाप के लिए उसका अपमान करता है, वो ख़ुद मरने से पहले वो पाप करेगा।"
- "तुममें से सबसे उत्तम वह ही है जो ख़ुद के समाज की रक्षा करे, तब तक जब तक वो कोई पाप ना करे।"
कल मिलते हैं! (यह मैं कह रहा हूँ! यह हडिथ नहीं है!)
Zuzanna