भटकती परछाइयां by Peter Graham - १८७८ - १३४.६२ x १८२.८८ सेमि भटकती परछाइयां by Peter Graham - १८७८ - १३४.६२ x १८२.८८ सेमि

भटकती परछाइयां

कैनवास पर तैलिये • १३४.६२ x १८२.८८ सेमि
  • Peter Graham - 1836 - 1921 Peter Graham १८७८

प्रकृति के क्षणभंगुरता का अवलोकन ग्रैहम की चित्रकारी का आधार था. बादलों का पर्वतों की चोटियों के आस पास तैरते हुए और घाटियों से नीचे सरकते हुए, और उनके भटकते साये में, उन्होंने बादलों के क्षणिक प्रकृति को दर्शाया. तेज़ बहती नदी में मिलती पहाड़ी धारा गति एवं निरंतर बदलाव का एहसास कराती है. पथरीले इलाके की वृहदता का भान कराती मछुआरे और भेड़ की मौजूदगी के बारे में भी हम जानते है की यह भी अस्थायी है. लंदन में, ग्रैहम ने खास तौर पर शहरी दर्शकों को आकर्षित करने वाले ऐसे कई विशाल चित्र बनाए. 

यादों में बस जाने वाली यह कृति हम नेशनल गैलरी ऑफ़ स्कॉटलैंड के सौजन्य से प्रस्तुत करते हैं. काश मैं इस चित्र वाले स्थान पर जा सकूँ!

 

पि.एस. चित्रों में दर्शाये गए और बेहतरीन स्कॉटिश भूदृश्यों के लिए यहाँ देखे. <3