वर्ष 1908 की शरद ऋतु में कैंडिंस्की (Kandinsky) के कार्य का एक नया चरण शुरू हुआ। गैब्रिएल मंतर (Gabriele Münter) के साथ वे मुरनाऊ (Murnau) में रह रहे थे, जो की बवेरियन आल्प्स में, म्यूनिख से 50 कि.मी. दूर स्थित एक छोटी सी बस्ती है। यहाँ वे अलेक्सेज वॉन जावेलेंस्की (Alexej von Jawlensky) और मैरीएन वॉन वेर्फकिन (Marianne von Werefkin) के निमंत्रण पर आये थे। इस दौरान उनके द्वारा बनाई गयी कृतियाँ फ्रांसीसी फ़ौविस्ट कलाकारों के कार्यों के साथ उनकी परिचितता को प्रदर्शित करती हैं, जिन्हें उन्होंने कुछ समय पूर्व ही पेरिस में देखा था। उनके द्वारा चित्रित ग्रीष्मकालीन परिदृश्य, उनके द्वारा मुरनाऊ में बनाए गए अन्य चित्रों की तरह ही, रंगों की उच्च गतिविथि की वजह से अलग प्रतीत होते हैं, जो की प्रकृति से मेल न खाते हुए सिर्फ कलाकार की भावनाओं को दर्शाते हैं। ये पूर्णतः प्राकृतिक विषयों से स्वतंत्र न होते हुए, प्रसिद्ध अनुमानित मात्राओं और जो रूप-रेखा होनी चाहिए, उसके अनुरूप हैं, अतः काफी हद तक मुक्त हैं, ये कैंडिंस्की की अमूर्त रचनाओं के उद्भव से पहले बनाई गयी थी।
हम आज के कार्य को प्रस्तुत करते हुए राजकीय रूसी संग्रहालय को धन्यवाद करते हैं।
P.S. यहाँ 1926 से एक दुर्लभ फुटेज में कैंडिंस्की की ड्राइंग देखें!
प्रिय उपयोगकर्ताओं, हम स्वयंसेवकों की तलाश कर रहे हैं जो डेलीआर्ट को पारंपरिक चीनी में अनुवाद करने में हमारी मदद कर सकते हैं। यदि आप हमारी मदद करना चाहते हैं, तो यहाँ अधिक जानकारी है!