इस चित्र में मैरी कसाट ने उस विषय को दर्शाया हैं जिसके लिए वह प्रसिद्ध हैं- महिलाएँ एवं बच्चे- साथ ही साथ उन्होंने जापानी कला का भी प्रयोग किया हैं l 1890 में कसाट ने पेरिस के एकोल डि बौ-आर्ट्स में जापानी चित्रों कि विशाल प्रदर्शनी देखी थीं और उनसे प्रभावित होकर चित्रों कि श्रृंखला बनाई थीं l बच्चे का स्नान उनकी समतल चित्रकारी और सजावटी तरीके का चरमबिन्दु हैं l आम जन-जीवन के दृश्य जापानी कला में भी लोकप्रिय थे l कसाट के चित्र में माँ या दाई के हाथों का कोमल स्पर्श बच्चे को सुरक्षित और संवेदनशीलता का भाव देतें हैं l
अनुलेख. मेरे पसंदीदा कसाट चित्र एक बच्ची का हैं जो एक पिल्लै के साथ नीली कुर्सी पर बैठी हैं l आप इसे यहां देख सकते हैं । :)