यह कलाकृति एम्स्टर्डम स्थित वैन गोग संग्रहालय के गौगुएँ एंड लेवल प्रदर्शनी में अवलोकन के लिए लगी है. इसे देखना चाहते हैं तो जल्दी करे, दरअसल यह एक निजी संग्रह से है. :)
पेरिस की जीवनशैली जिसे वे पतनोन्मुख मानते थे, उससे असंतुस्ट हो पॉल गौगुएँ (१८४८-१९०३) और चार्ल्स लेवल (१८६१-१८९४) फ्रांसीसी द्वीप, मर्टिनीके की यात्रा को निकल गए. इस अनोखे द्वीप पर अपने थोड़े से समय की अवधि में ही उन्होंने कई उम्दा कलाकृतिया बनाई. इस यात्रा का उनके कलात्मक विकास पर काफी प्रभाव पड़ा. गौगुएँ एंड लेवल इन मर्टिनीके में दोनों कलाकारों के द्वारा बनाए गए नरम और रंगीन चित्रकारी के अलावा उनके आरम्भिक अध्ययन और विशाल एवं विस्तृत पैस्टल्स को शामिल किया गया है. यह पहली बार है जब उनके मर्टिनिकन प्रवास की इतनी सारी रचनाओं को एकसाथ प्रदर्शित किया गया है. प्रदर्शनी में गौगुएँ द्वारा उपयोग किये गए तीन रेखाचित्र पुस्तिकाओं में से रचनाओं के बड़े से समूह को सम्मिलित किया गया है. गौगुएँ के मृत्यु के उपरांत ये पुस्तिकाएं खंडित हो गयी और उसके पन्ने दुनिया भर के निजी संकलनों और संग्रहालयों में जा पहुंचे. इनमे से अधिकांश चित्र और रेखाचित्र पहले कभी प्रकाशित अथवा प्रदर्शित नहीं किये गए है. प्रदर्शित रेखाचित्र गौगुएँ की कार्य शैली को समझने के लिए एक अच्छी प्रस्तावना है. जैसे इस रेखाचित्र में हम देखते हैं की किस प्रकार किसी भी आकृति को चित्रकारी में सम्मिलित करने से पूर्व, गौगुएँ अनेक आकृतियां रेखांकित करते और मुद्राओं और रंगों के साथ प्रयोग करते थे.
पुनश्च : यहाँ आप पॉल गौगुएँ की फ्रांसीसी काल से एक चित्र, द विज़न आफ्टर द सरमन देख सकते हैं.