उम्मीद है आपकी छुट्टियां अच्छी रहीं होंगी ! हम काफ़ी व्यस्त थे क्योंकि डेलीआर्ट अब फ्रेंच, इतालवी, पुर्तगाली, स्पेनिश, और तुर्की भाषा में भी आरंभ हो गया है l अपनी ऐप को अपडेट करना मत भूलना! आज का चित्र हम क्रोलर-मुलर संग्रहालय से प्रस्तुत कर रहें हैं l :)
बार्ट वैन डर लेक मुख्य रूप से डि स्टिल नामक पत्रिका के सहसंस्थापक के रूप में जाने जाते हैं l 1916 , में पिएट मोंड्रियान की तरह उन्होंने भी अपनी कला में कट्टरपंथी अमूर्त कला का विकल्प चुना और लाल, पीले और नीले रंग के प्राथमिक रंगों का उपयोग किया। इस माध्यम से वह कला के क्षेत्र को एक नयी परिभाषा देने की कोशिश कर रहें थें l बिल्ली इस कला का एक अच्छा उद्धरण हैं l
पेरिस की यात्रा के दौरान वह लूव्र संग्रहालय में रखें प्राचीन मिस्त्र कला से बहुत प्रभावित थें l इससे प्रेरित होकर उन्होंने अत्यधिक सरल चित्र और सादे रंगों का प्रयोग किया l इस कारण, चित्र में वैन डर लेक ने बिल्ली को बगल और सामने से दर्शाया हैं जिसमे उन्होंने केवल काले, सफेद, लाल और नारंगी रंगों का उपयोग किया हैं।
हेलेन करोलर-मुलर बिल्ली से अधिक मोहित थीं जब उन्होंने वैन डर लेक को लिखा था: " मुझे यह मेरी "अन्तरात्मा" की तरह लगती हैं, क्योंकि इसकी तीख़ी नज़रें मेरा पीछा नहीं छोड़तीं और कभी-कभी मुझे इसे अपने-आप से दूर रखना पड़ता हैं" l
करोलेर-मुलर संग्रहालय में आप पासे का खेल, खेल सकते हैं, यहां और जानिए ।