लियोनार्डो डा विंची, इतिहास के सबसे प्रतिभाशाली कलाकारोमेंसे एक, ५०० साल पहले गुजर गए।
हालांकि दिलचस्प बात यह है की, लियोनार्डो की मृत्यु उनके देश, इटली में नहीं, बल्कि फ्रांस में हुई। १५१६ में क्लॉस-लूस के पास अम्बोयसे के हवेली में रहने के लिए लियोनार्डो फ्रांस गए। तब वह ६४ साल के थे। उनकी तबियत ख़राब होने लगी थी और हांथ चित्रकारिता के लिए विकलांग होने लगे थे। फ्रांसमें लियोनार्डो को सराहने वाले नौजवान मेजबान, राजा फ्रांसिस (पहले) उनके गहरे दोस्त बने। वे तत्वज्ञान, कला, स्थापत्यकला, और अभियांत्रिकी के बारेमे उत्स्फूर्त चर्चा करते थे। लेखक जोर्जिओ वासरी अपने १५५० की किताब 'सबसे प्रख्यात चित्रकारों, मूर्तिकारों और स्थापत्यकारों का जीवन' में लिखते हैं की, लियोनार्डो की मृत्यू राजा फ्रांसिस के बाहोंमें हुई। वासरी लिखते है, "राजा ने उनके सिर को सहारा दिया, और उनके मृत्यु के दौरान उनकी पीड़ा कम करने की हर एक कोशिश की"।
लियोनार्डो अपनी प्रख्यात कलाकृती 'मोना लीसा' अपने साथ फ्रांस लेके गए। इसीलिए आज हम 'मोना लीसा' फ्रांस के संग्रहालय लूव्र में देख सकते है। किन्तु आज हम आपके लिए इस महान चित्रकार की और एक सुप्रसिद्ध कलाकृती पेश कर रहे है- अर्मिन के साथ महिला (क्राको राष्ट्रीय संग्रहालय को धन्यवाद <3)।
'अर्मिन के साथ महिला' का विषय है सिसीलिया गलियेरानी। जब उन्हें चित्रित किया गया तब सिसीलिया लुडोविको सफ़ज़ा की प्रेमिका थी। लुडोविको मिलान के नवाब थे और लियोनार्डो उनकी सेवा में थे। 'अर्मिन के साथ महिला' लियोनार्डो द्वारा चित्रित महिलाओं के केवल चार चित्रों में से एक है। मोना लिसा, जिनेर्वा दी बेंची की प्रतिमा (पोर्ट्रेट ऑफ़ जिनेर्वा दी बेंची), और सुंदर फेरोननिएर (ला बेल फेरोननिएर) बाकी तीन चित्र हैं।
सिसीलिया एक बड़े परिवार का हिस्सा थी, जो न ही आमिर था और न ही खानदानी। उनके पिता नवाब लुडोविको के दरबार में काम करते थे। जब ये चित्र बनाया गया तब सिसीलिया तकरीबन १६ साल की थी और अपने ख़ूबसूरती, विद्वत्ता और काव्यात्मकता के लिए प्रसिद्ध थी। सिसीलिया लघबघ ६ साल की थी, जब उनकी विस्कॉन्टी ख़ानदान के एक नौजवान लड़के के साथ शादी हुई । पर १४८७ में अघोषित कारणों के लिए उन्होंने शादी रद्द करनेकी याचिका की, जो स्वीकार की गई। उसके बाद वह नवाब लुडोविको की प्रेमिका बन गई और उनको एक बेटा हुआ। पर लुडोविको की शादी ११ साल पहले बिअट्रिस डी'इस्ते के साथ हो चुकी थी। सिर्फ ५ साल की उम्र में बिअट्रिस की नवाब से शादी तय हो गई थी और १४९१ में जब वह १६ साल की थी तब उनकी शादी हुई । कुछ महीनो बाद बिअट्रिस को पता चला की नवाब अभिभी सिसीलिया से मिल रहे थे। सिसीलिया की एक करीबी राजा बिअरगामीनो के साथ शादी करवाके बिअट्रिस ने नवाब को अपने संबंध समाप्त करने को मजबूर कर दिया।
परिशिष्ट: पुनर्जागरण काल (रेनेसांस काल) के प्रतिभावान व्यक्ति लियोनार्डो डा विंची का जीवन अभी भी रहस्योंसे भरा है। उसमेंसे एक हैं, लियोनार्डो के बचे हुए पांच में से चार चित्रोंमें महिलाए है। इसके बारेमे और पढ़िए यहां।