कोलोमान मोसेर एक ऑस्ट्रियन कलाकार थे जिनका बीसवीं शताब्दी की ग्राफ़िक कला पर काफी गहरा प्रभाव था| वे विएना अपगमन आंदोलन के अग्रणी कलाकारों में से एक थे एवं Wiener Werkstätat (विएना कार्यशाला) के सह-संस्थापक थे| मोसेर ने काफी विभिन्न प्रकार की कलाकृतियाँ डिज़ाइन की थीं, जिनमे पुस्तकें, डाक टिकट से लेकर पत्रिकाओं के लघुचित्र, फैशन, रंगीन कांच की खिड़कियां, चीनी मिट्टी के बर्तन, सिरेमिक, धमित कांच, मेज़ पर रखे जाने वाले बर्तन, चांदी, गहने एवं फर्नीचर शामिल हैं|
सन 1907 में विएना कार्यशाला छोड़ने के बाद, कोलो मोसेर अपने शुरुआती दौर के माध्यम- पेंटिंग, पर वापस लौटे| स्विस कलाकार फर्डिनैंड होडलर, जिनसे मोसेर पहली बार सन 1903 में विएना अपगमन पर मिले थे, से जिनेवा में 1913 में हुई भेंट ने उनकी कलाशौली का अंदाज़ साधारण, द्विआयामी कृतियों, छोटे एवं कृत्रिम से लगने वाले पैलेट (चित्रकार की रंग मिलाने की पाटी) साथ ही साथ चित्रित विषयस्तु के प्रति अधिकाधिक प्रतीकात्मक करुणा की तरफ मोड़ दिया। यह दमकती हुई प्रेम की देवी एक अंडाकार फ्रेम के अंदर है, जो कि एक गुफा सा प्रतीत हो रहा है। उसका ऐसा चित्रण हवा एवं समुद्र के उस मानवीय चित्रण की याद दिलाता है जो कि खासकर प्राचीन रोमन ताबूतों पर उकेरा जाता था।
हम आज की कृति लियोपोल्ड संग्रहालय, विएना के सौजन्य से पेश कर रहे हैं। हाल ही में संग्रहालय ने अपने संग्रह, विएना 1900, के नवनिर्मित व्याख्यान की शुरूआत की है, जो कि सन 1900 के आस-पास विएना के प्रति मन्त्रमुग्धता एवं इस जीवन्त काल के वातावरण पर अद्वित्य एवं जटिल अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
आप विएना कार्यशाला के डिज़ाइनरों द्वारा निर्मित खूबसूरत आधुनिक ब्रोच यहां देख सकते हैं।