एम्स्टर्डम अनाथालय का आंगन: एम्स्टर्डम अनाथालय में मुक्त पीरियड by Max Liebermann - 1881 – 1882 - 78.5 x 107.5 सेमी. एम्स्टर्डम अनाथालय का आंगन: एम्स्टर्डम अनाथालय में मुक्त पीरियड by Max Liebermann - 1881 – 1882 - 78.5 x 107.5 सेमी.

एम्स्टर्डम अनाथालय का आंगन: एम्स्टर्डम अनाथालय में मुक्त पीरियड

कैनवास पर तेल, तैलचित्र • 78.5 x 107.5 सेमी.
  • Max Liebermann - 20 July 1847 - 8 February 1935 Max Liebermann 1881 – 1882

रूढ़िवादियों ने लीबरमैन को "कुरूपता का देवदूत" कहकर उनका उपहास बनाया था। फिर भी Städelscher Museums-Verein (श्तादेल्शेर संग्रहालय-संस्था) ने साहस एवं समझदारी दिखाई जब उसने सन 1899 में अपनी स्थापना के ठीक बाद इस शुरूआती कृति को अधिग्रहित किया| लीबरमैन ने एम्स्टर्डम अनाथालय के निवासियों के स्केच बनाये थे। काफी बाद में उन्होंने अपने म्यूनिख स्थित स्टूडियो में उन्हें तैलचित्र का रूप दिया। इस कलाकृति का सृजन उस मोड़ पर हुआ जब लीबरमैन ने अपने यथार्थवादी काल के भूरे रंग के शेड्स (किसी रंग के हल्के-गाढ़े कई प्रकार) को पीछे छोड़ दिया था और प्रभाववाद (19वीं सदी का एक कला आंदोलन, Impressionism) के हल्के पैलेट को अपना लिया था।

लियोपोल्ड सोनेमैन, Reichstag (जर्मन संसद) के सदस्य एवं Frankfurter Zeitung ( फ्रैंकफर्ट अखबार) के संस्थापक एवं मालिक, जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्व के मार्गदर्शन में श्तादेल्शेर संग्रहालय-संस्था की स्थापना 1899 में कला के सामूहिक विकास करने वाले संस्थान के रूप में हुई थी। संस्था के लगभग अस्सी सदस्यों ने अपनी पहली खरीदी का जश्न सन 1900 में मैक्स लीबरमैन की पेंटिंग एम्स्टर्डम के अनाथालय का आंगन  के अधिग्रहण से मनाया, जो कि उस समय काफी विवाद का विषय था| बर्लिन के लीबरमैन जर्मन प्रभाववाद के मुख्य प्रतिनिधि होने के कारण कला की इम्पीरियल (राजशाही से संबंधित) अवधारणा (जो कि युद्ध के दृश्यों और सार्वजनिक विजय स्मारकों में प्रतिबिम्बित होती थी) के विरोधी थे| परन्तु संस्था के भिन्न वर्गों में पेंटिंग को अस्वीकृत भी किया गया था| सोनेमैन ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए पेंटिंग की क्रय राशि का कुछ हिस्सा स्वयं देने की पेशकश की और साथ ही संस्था से इस्तीफा देने की धमकी भी दी| उनके इस उग्र कदम को देखते हुए संस्था में उनके विरोधी पीछे हट गए और इस पेंटिंग के रूप में आधुनिक युग का संग्रहालय में आगमन हुआ|

हम जर्मन प्रभाववाद की यह मास्टरपीस श्तादेल संग्रहालय के सौजन्य से प्रस्तुत करते हैं| :) (वैसे डेलीआर्ट का जर्मन संस्करण जल्द ही लॉंच होने वाला है!)

श्तादेल की एक और प्रसिद्ध पेंटिंग योहान हेनरिच विल्हेल्म टिशबेईन की रोमन मैदान में गोएथे  के बारे में आप यहाँ पढ़ सकते हैं|

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