४ मई, १७९९ को जनरल सर डेविड बियर्ड द्वारा श्रीरंगापट्नम पर कब्ज़ा करने के उपरांत सुल्तान टिप्पू साहिब की  लाश खोज निकालते हुए by Sir David Wilkie - १८३० - 348.5 x 267.9 cm ४ मई, १७९९ को जनरल सर डेविड बियर्ड द्वारा श्रीरंगापट्नम पर कब्ज़ा करने के उपरांत सुल्तान टिप्पू साहिब की  लाश खोज निकालते हुए by Sir David Wilkie - १८३० - 348.5 x 267.9 cm

४ मई, १७९९ को जनरल सर डेविड बियर्ड द्वारा श्रीरंगापट्नम पर कब्ज़ा करने के उपरांत सुल्तान टिप्पू साहिब की लाश खोज निकालते हुए

कैनवास पर तैलिये • 348.5 x 267.9 cm
  • Sir David Wilkie - 18 November 1785 - 1 June 1841 Sir David Wilkie १८३०

ब्रिटिश सेना में सेवा देते हुए, सर डेविड बियर्ड ने दक्षिण भारत के मैसूर राज्य के ताकतवर शासक, हैदर अली के बंदी के रूप में चार साल गुजरे I अपनी रिहाई के बाद, सर बियर्ड ने अपनी कैद का बदलI तीसरे और चौथे एंग्लो-मैसूर युद्धों में हैदर अली के बेटे, टीपू सुल्तान को हरा कर लिया I टीपू सुल्तान चौथे युद्ध के दौरान १७९९ में लड़ाई के दौरान, श्रीरंगापट्नम में मारे गए थे I 

सर डेविड विल्की की यह नाटकीय कृति लगभग ११.५ फ़ीट चौड़ी और १२ फ़ीट लम्बी है I इसे बियर्ड की विधवा ने उनकी मृत्यु के बाद बनवाया था और इसे बनाने में चार साल लगे थे I बियर्ड इसमें प्रतीकात्मक रूप में टीपू सुल्तान की लाश खोज निकालते हुए ठीक उस बंदी गृह के ऊपर खड़े दिखाए गए हैं जहाँ उन्हें कैद किया गया था I लॉरेंस मैक्डोनाल्ड द्वारा बनाई गयी बियर्ड की प्रतिमा का इस्तेमाल विल्की ने उनकी समानता के लिए किया है I 

विल्की एक कुशल चित्रकार थे और उन्हें राजा विलियम चतुर्थ और रानी विक्टोरिया का मुख्य चित्रकार नियुक्त किया गया था I उनकी कृतियां जैसे ये,अक्सर शाही आयोग द्वारा बनाये गए व्यक्ति विशेष के चित्र और ऐतिहासिक चित्र थे I 

- माया टोला

पि.एस. आइये समकालीन भारतीय कला पर करीब से एक नजर डालते हैं रविंद्र रेड्डी के प्रतिमा को देखते हुए यहाँ !