रहस्यमय, पेचीदा और अस्थिर करने वाला- इन शब्दों में से प्रत्येक का उपयोग समकालीन अमेरिकी कलाकार क्रिस्टीना बोथवेल द्वारा बनाई गई नाजुक मूर्तियों का वर्णन करने के लिए किया जा सकता है। जब से वह एक बच्ची थी, बोथवेल को जन्म, मृत्यु और नवीकरण से मोह था। अपनी कला के माध्यम से, वह यह पता लगाती है कि हमारे भौतिक शरीर के भीतर क्या है- आत्मा, अचेतन तथा हमारे आध्यात्मिक स्वयं
एक कलाकार की बेटी, बोथवेल ने पेंसिल्वेनिया अकादमी ऑफ़ फाइन आर्ट्स में पेंटिंग का अध्ययन किया। लेकिन वह कयी वर्षों बाद था कि उन्होंने खुद को सिरेमिक और ग्लासमेकिंग सिखायी, और तब जाकर उन्होंने अपने आप को अपने आले में पाया। तब से, उन्होंने अपनी मूर्तियों में भट्ठा-कास्ट ग्लास और निकाल मिट्टी (सिरेमिक) का प्रयोग किया है जो अक्सर प्रकृति से प्रेरित होती हैं तथा बच्चों, जानवरों और यहां तक कि मानव-पशु संकरों को भी दिखाती हैं।
कांच की पारभासी संपत्ति पदार्थ की हल्कीता को व्यक्त करती है जो इसका ईथर या स्वर्गीय रूप व्यक्त करने के लिए इसे आदर्श माध्यम बनाती है। यह मूर्ति कल्पनाशील रूप से एक भारहीन आत्मा को एक सोते हुए, साधारण शरीर से उत्पन्न होते हुए चित्रिय करती है। मिट्टी और कांच का प्रयोग भौतिक और आध्यात्मिक, जो देखा और अनदेखा है, को प्रतिबिंबित करता है।
- मार्टिना केओगन
ग्लास एक ऐसी सामग्री है जिसका उपयोग कई प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा कला बनाने के लिए किया जाता है। इसके बारे में और जानकारी यहां पाऐं!
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