यह फ्रैंज़ मार्क के जानवरों के चित्रों वाले शुरुवाती कार्यों में से एक और विभिन्न रंगों में घोड़ों के चित्रों वाली शृंखला में से सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसा अक्सर समझा जाता है कि मार्क जानवरों को इंसानों से ज्यादा सुन्दर और पवित्र मानते थे जो कि आध्यातमिकता और देवत्व की एक ज्यादा सवेश्वरवादी समझ प्रस्तुत करते थे।
चित्रकार, मुद्रणकर्मी और पानी के रंगों का काम करने वाले मार्क द ब्लाउ रीटर के मुख्य सदस्य थे और अपने जानवरों के उपयोग के लिए जाने जाते थे। यह कैनवास उन कार्यों में से एक है जो घोड़ों के प्रसंग या मुद्दे पर आधारित है, जिसे वो आध्यात्मिक पुनरुत्थान का प्रतीक मानते थे। प्रचुर मात्रा में सघन रंग, जगहों में दरारें और ज्यामीतिय आकार घनवाद और रॉबर्ट डेलाउनी के रहस्यमयता को दर्शाते हैं। मार्क ने अपने कार्यों में प्रयुक्त रंगों को एक भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक अर्थ या उद्देश्य दिया। नीला पौरुष और आध्यातमिकता, पीला नारीवादी खुशी और लाल हिंसा के शोर और मूल वस्तु को दर्शाने के लिए प्रयुक्त हुआ।
यहाँ तक की बोजैक हॉर्समैन के निर्माताओं ने भी इस कलाकृति से प्रेरणा पाई है और यह चित्र उनके पुस्तक के दूसरे संस्करण के पहले अध्याय में दिखता है। अगर आप इस शृंखला की और प्रेरणाओं को देखना चाहते हैं तो यह लेख पढ़ें