पीटर क्लैज़ शांत जीवन के एक डच स्वर्णयुगीन चित्रकार थे। बेहतरीन कार्य, है या नहीं?
यह बैन्कित्ये (छोटा प्रीतिभोज) केवल एक प्रभावशाली टर्की पाई ही नहीं दिखाता है बल्कि कई अन्य भोज्य और पेय पदार्थों को भी एक स्थिर जीवन चित्र में दिखाता है। वाइन की एक ग्लास, कई ओइस्टर, आधे कटे नीबुओं का एक जोड़ा, लपेटा हुआ मिर्च पाउडर से भरा पंचांग का एक कागज। वाइन का चमकदार जग प्रकाश परावर्तन का एक उत्कृष्ट नमूना है। जग पर हम केवल बिछे हुई मेज और खिड़की ही नहीं बल्कि चित्रफलक के पीछे चित्रकार की एक परछाईं भी देखते है। स्थिर जीवन का यह दृष्य १६२७ में चमकीले रंगों में रंगा गया है। १६३० से पहले तक एकरंगी (श्यामवर्णी) स्थिर जीवन चित्र बहुत लोकप्रिय नहीं थे।