भूगोलशास्त्री by Johannes Vermeer - 1669 - 51.6 x 45.4 से. मी. भूगोलशास्त्री by Johannes Vermeer - 1669 - 51.6 x 45.4 से. मी.

भूगोलशास्त्री

कैनवास पर तेल रंग • 51.6 x 45.4 से. मी.
  • Johannes Vermeer - 1632 - December 1675 Johannes Vermeer 1669

अगले चार रविवार हम आपको स्टैडेल संग्रहाल की बेहतरीन समूह से मास्टरपीस प्रस्तुत करेंगे। आनंद लीजिए !

[...] कुशलता और निपुणता से निष्पादित''

1797 में ऐम्स्टर्डम में यान डेंजर नीमन संग्रह की नीलामी सूची में इस चित्र के वर्णन से।             

सत्रवीह शताब्दी में विज्ञान का महत्व कई गुना बढ़ गया था, ख़ासकर हॉलैंड में। वैज्ञानिकों और विद्वानों का ऐसे चित्रों में लोकप्रिय विषय होना इस बात को स्पष्ट करता है। यहाँ जोहान्स वरमीर, डेल्फ़्ट के प्रसिद्ध फैनशील्डर (सूक्ष्म चित्रकार) जिनकी कृतियाँ बहुत सीमित संख्या में है, एक भूगोलशास्त्री को चित्रित करते हैं, जो अपने कार्यालय में, मेज़ पर झुका, अपने विद्वता के समान से घिरा हुआ हैं। वह अकेला है और किसिका भी इंतज़ार ना करते नज़र आता है, फर्श पर कागज़ बिखरे पड़े हैं, और उसके घरेलू वस्त्र उसके काम में लीन होने का संकेत देते हैं। दृश्य में कोई भी हलचल नहीं नज़र आती है ; यहाँ तक कि विषय का दायाँ हाथ भी हवा में रुका हुआ नज़र आता है। हलचल है तो      सिर्फ़ उसके मन में। वह वास्तव में "ज्ञान की रोशनी" में चमकता हुआ प्रतीत होता है। वातावरण इतना गहरा है की इस शण की गम्भीरता महसूस की जा सकती है। अपने कागज़ों पर झुका हुआ, हाथ में कम्पास पकड़े भूगोलशास्त्री खिड़की से आ रही रोशनी की ओर अपनी दृष्टि उठाता है, मानो इसी क्षण उसे अपनी समस्या का समाधान मिल गया हो।अब इस समस्या का वास्तविक भाव, उसका रहस्य चित्र अपने पास रखती है।