8 मार्च से 3 जून, 2018 तक, राइकसमयूज़ियम (Rijksmuseum) एक शानदार प्रदर्शनी प्रस्तुत करता है, हाई सोसायटी (High Society), जिसमें चार सदियों के पोर्टेट चित्रकला की मोहक तड़क-भड़क के इतिहास के महान उस्ताद चित्रकारों की कृतियां शामिल हैं, जैसे क्रानाख़, वएरोनेज़े, बेलासकेस, रेय्नोल्डस, गेंसबोरो, सार्जेंट, मुकं और मानेय। आप इस बड़ियां प्रदर्शनी के बारे में अधिक जानकारी यहां पढ़ सकते हैं। अगर आप एम्स्टर्डम भ्रमण के लिए नहीं आ सकते, तो हम आपके लिए कुछ ख़ास लाये है - DailyArt में इस प्रदर्शनी से हम दो-एक विशिष्ट पोर्ट्रेट चित्र प्रस्तुत करेंगे। जैसे कि आज!
सैमुअल जॉन पाॉट्टज़ी का जन्म दक्षिण-पश्चिमी फ्रांस के बर्जरऐक के एक इटेलिअन-स्विस वंशीय परिवार में हुआ।
उन्होंने 1871 में डाक्टरी चिकित्सा काम करना शुरू किया। वह 400 से भी अधिक चिकित्सा संबंधित प्रकाशनों के लेखक थे, उनमें से कई लेख विवादित भी थे। वह स्त्री रोग की पहली व्यापक पाठ्य-पुस्तक के लेखक भी थे। फ्रैंको-प्रशियन युद्ध में वह स्वयंसेवक चिकित्सक थे, और पहले विश्व युद्ध में सर्जन का काम किया। पेरिस के 'बो मोंड' (ऊंची सोसायटी) के भी पॉट्टजी़ सर्जन थे, और काफी जाने-माने लोगों से उनकी दोस्ती थी। जैसे कि मार्सेल प्रूस्ट (1871 - 1922) जिनका छोटा भाई, रॉबर्ट (1873 - 1935), पॉट्टजी़ का सहायक था।
अत्यंत अहंकारी स्वभाव के पॉट्टजी़, अपनी महिला मरीजों के साथ छेड़छाड़ और लुभावन-बहकावन के लिए मशहूर थे। शायद इसी वजह से सार्जेंट ने यह कामुक, अंतरंग तरह से डाक्टर का ज्वलंत लाल बाथरोब और कशीदेकारी वाली साटन की जूती पहने हुए चित्रण किया है। बाद में चित्रकार ने अपने मॉडल का इस तरह से वर्णन किया - "लाल गाउन में पुरुष (हमेशा नहीं)"। सार्जेंट ने चित्र में विशेषकर जैसे पॉट्टजी़ की ललित, लंबी उंगलियां पेंट की हैं, उससे की पंडित अनुमान लगाते है कि शायद कलाकार भी अपने आकर्षक मॉडल के लिए कामुक लालसा रखते थे।
1918 पेरिस शहर में, उनकी अपनी ही बैठक में, एक पुराने मरीज़ ने गोली मार कर, डाक्टर पॉट्टजी़ की हत्या कर दी, क्योंकि वह उसकी नपुंसकता का इलाज करने में असफल रहे थे।
द राइकसमयूज़ियम को यह कृति लॉस एंजेलिस के हैमर म्यूजियम से उधार पर मिली हुई है।