आज की पेंटिंग की प्रस्तुति हमारे मनपसंद Skagens Kuntsmuseer के सौजन्य से है, जहां 21अप्रैल 2018 से 26 अगस्त 2018 तक आप यह प्रदर्शनी देख सकते हैं - माइकल एकंर एंड द विमेन आफ स्केगन। यह माइकल एकंर के महिलाओं के चित्रों पर आधारित है, जिनका एक बड़ा समूह तो है, लेकिन उनकी मुख्य कलाकृतियों में कुछ अनदेखी हो जाती हैं। आनंद लीजिए!
माइकल एकंर का नाम स्केगेन के मछुआरों के महत्वपूर्ण एवं प्रभावशाली चित्रण से जुड़ा है। मगर उन्होंने जो स्त्रियों के चित्रण किये, उनकी कला और कल्पना के उपेक्षित पहलू हैं। इस 1887 की पेंटिंग में एकंर ने मॉडल लड़की को ऐसे बिठाया है, कि उसका चेहरा प्रकाश की ओर से हट कर है। इस बिल्कुल असमान्य रूप से काम करने से ही, एक बहुत विशिष्ट प्रभाव दिखता है; क्योंकि सूर्यकिरणें हल्के सुनहरे बालों पर सोने सी चमक उभारती हैं, और शाल के लाल किनारे को उभारती हैं, जहां वह उसके कंघे पर झुक रही है। हमें उसकी पीठ पर पड़ते सूरज की गर्मी का आभास होता है, उसके कान की चांदी की बाली चमकीली सफेद है, और उसके कान के पतले हिस्से रौशनी निकलने की वजह से गुलाबी दिख रहे हैं। छाया में, एक समान रंगों से चेहरे का संकेत दिया जा रहा है। सिटर बारह वर्षीय युवती मारेन ब्रेम्स है, जो इस समय तीन साल से ऐंकर परिवार में नौकरानी का काम कर रही थी। उसे कई बार घरेलू कामकाज के बजाय मॉडल का काम दिया जाता था। इस चित्र में एंकर ने उसकी त्वचा के नाज़ुक रंग को, प्रकाश और रंगों के माध्यम से बखूबी से उतारा है; और यह उनकी पत्नी एन्ना एंकर द्वारा बनाए गए पेस्टल चित्रों की याद दिलाता है।
स्केगेंन्स म्यूजियम की और खूबसूरत पेंटिंग्स देखने के लिए हम आपको Marie and Peder Severin Krøyer का लेख पढ़ने के लिए आमंत्रित करते हैं। आनंद लीजिए!