सन 1864 मैं इस दिन हेनरी मेरी रयमंड दे टुलूस-लिट्रेक-मोंफ़ा, जो हेनरी दे टुलूस-लिट्रेक के नाम से भी जाने जाते थे, का जन्म हुआ। वो एक पेंटर, प्रिंट्मेकर, नक्शानवीस, कार्टूनिस्ट और इलुस्ट्रेटर थे, जिनके उन्नीसवी सदी के अंत मैं पेरिस शहर मैं बिताए रंगबिरंगी ज़िंदगी से उन्होंने कई मोहक, शिष्ट एवं उत्तेजक प्रतिकृतियाँ बनाईं, जो उस समय के माडर्न, और कई बार अवनति के, प्रतीक थे।
तो आइए उनके कृति के बारे मैं जाने!
टुलूस-लिट्रेक का मूलाः रूज़ से रिश्ता शुरू हुआ जब 1889 मैं उसका उद्घाटन हुआ और उसके सजावट के लिए उसके मालिक ने उनकी पेंटिंग 'इक्वेस्ट्रीएन' को ख़रीदा, जो अब भी आर्ट इन्स्टिटूट के कलेक्शन मैं है।लिट्रेक ने इस पेंटिंग मैं वहाँ के हर दिन आने वाले सदस्यों के चित्र बनाए, जिसमें उन्होंने ख़ुद को भी शामिल किया- छोटे से, पेंटिंग के बीच में लेकिन पीछे - उनके भाई और साथी गेब्रीयल टापी दे सेलयरन के साथ बैठे हुए। दायीं तरफ़ बनायी औरत परिवादात्मक ब्रिटिश गायिका मे मिल्टन हैं।किसी समय में कलाकार या उनके डीलर ने कृति से उनको हटाने के लिए कैन्वस को काटा, शायद क्यूँकि उनकी छवि के वजह से कृति को बेचना मुश्किल हो रहा था। जो भी हो, 1914 तक काटे गए भाग को पेंटिंग से वापस जोड़ दिया गया था।
आपका दिन शुभ जाए- और शायद आप भी टुलूस-लिट्रेक की तरह किसी पार्टी का लुफ़्त उठा पाएँ!
टुलूस-लिट्रेक के फ़ोटग्रैफ़िक काम की और उढहरन के लिए उनके यह 10 काम ज़रूर देखें!