हम आज की पेंटिंग स्टेडल संग्रहालय के सौजन्य से प्रस्तुत कर रहे हैं। आनंद लीजिये :)
वीनस सौंदर्य एवं प्रेम की देवी हैं। शास्त्रीय पौराणिक कथा के प्रतीक के रूप में वे पुनर्जागरण काल में पुनः प्रचलन में आ गयी थीं। लुकास क्रेनच द एल्डर जो कि मार्टिन लूथर के मित्र थे, उन्होंने वीनस के कई चित्रण किये। हमारा यह छोटा सा पैनल इसलिए विशेष है क्योंकि इसमें पेंटर ने वीनस का असाधारण रूप से मानवीयकरण किया है- उसके साथ न तो हमेशा साथ रहने वाला क्यूपिड है और न ही कोई कथात्मक सन्दर्भ प्रदान किया गया है।
प्रथम दृष्टा हम एक नग्न आकॄति को देखते हैं परंतु वह भी प्रश्न जगाती है। उसके सर के समकालीन कीमती आभूषण एवं हार उसके उच्च समाजिक स्थिति को दर्शाते हैं। परंतु अभिजात वर्ग की सदस्या हालांकि कभी भी स्वयं को नग्न पेंट नहीं करवाएगी। वीनस एक नज़ाकत भरी मुद्रा में खड़ी हैं, उनका घूंघट (इतना पारदर्शी कि लगभग अदृश्य सा प्रतीत हो रहा है) बाँहों की सहज हरकत में ज़रा भी योगदान नहीं दे रहा। जिस तरह से क्रानाच ने प्रकाश का प्रयोग किया है वह भी ध्यान देने योग्य है।
जबकि नग्न आकृति प्रकाश में लिपटी हुई है, उसके पीछे की पृष्ठभूमि एक ब्रह्मांडीय एवं अवर्णनीय अंधकार में डूब जाती है। आज हम इस तरह के प्रभावों से फोटो और रंगमंच के सेट द्वारा वाक़िफ़ हैं। क्रानाच के समय में इसे एक स्वप्निल वातावरण की तरह देखा गया होगा जिसे शायद ही एक पार्थिव प्राणी से संबंधित किया गया होगा। ऐसा रहस्यमयी, कामोत्तेजक एवं अंतरंग चित्रण निश्चित रूप से कला एवं रोचक वस्तुओं के एक निजी कैबिनेट के लिए कार्यान्वित किया गया होगा।
उपलेख: आप लुकास क्रानाच के साथ सात त्रुटियों का खेल यहाँ खेल सकते हैं!