हमारा आज का चित्र एक आदर्शरूपी खूबसूरत महिला का है, जिसका प्रतिरूप वेनेशियन घराने में टिशन के गुरु जौरज्होनि ने अपनी लौरा से स्थापित किया था। उसके बांये हाथ में गुलाबी लबादा है वहीं दूसरे में मुट्ठीभर फूल एवं पत्तियाँ हैं।
टिशन ने इस महिला को अनेक कृतियों में चित्रांकित किया है, जिसमें आईने पर महिला, गुमान, सलोमी, विओलेंत और कुछ पुनीत वार्तालाप मौजूद हैं। इस चित्र का अर्थ विवादित है - कुछ लोग, १६वी सदी की प्रतिकृतियों पर जोड़े उत्कीर्ण लेखों आदि के आधार पर इस महिला को तवायफ़ मानते हैं; दूसरों के लिए यह वैवाहिक प्रेम की निशानी है। वसंत और वनस्पति की प्राचीन देवी फ़्लोरा से जुड़ी पहचान के पीछे है उसके हाथों में वसंत के फूल।
फ़्लोरा का विषय चित्रकारों में प्रख्यात था - यहाँ आप रेमब्रांड्ट का चित्रण देख सकते हैं जो उनकी पत्नी सास्किया पर आधारित था।