लेटी हुई एक युवा स्त्री की तस्वीर  by गुस्ताव क्लिम्ट - १८९७-१८९८ - ३१.५ x ४५.५  लेटी हुई एक युवा स्त्री की तस्वीर  by गुस्ताव क्लिम्ट - १८९७-१८९८ - ३१.५ x ४५.५

लेटी हुई एक युवा स्त्री की तस्वीर

काला चूना • ३१.५ x ४५.५
  • गुस्ताव क्लिम्ट - १४ जुलाई, १८६२ - ६ फरवरी, १९१८ गुस्ताव क्लिम्ट १८९७-१८९८

इस भावुक तस्वीर में एक युवा स्त्री जिसका चेहरा बालों के बादल से प्रभामण्डलित है, आराम कुर्सी पर लेटी हुई है और उत्साहहीनता से दर्शक को निहार रही है। शीर्ष के प्रतिपादन में जिस ऊँची कोटि की पूर्णता का प्रयोग हुआ है उसके विपरीततय क्लिम्ट ने स्त्री के कपड़ों एवं कुर्सी को एक लापरवाह व संक्षिप्त तरीके से पेश किया है जिससे कलाकार और स्त्री के बीच का प्रत्यक्ष भावात्मक सम्बन्ध चिन्हांकित हो सके। इस युवा स्त्री और सोन्या निप्स के बीच एक सुस्पष्ट समानता दिखती है जो विएना की एक उच्चवर्गीय महिला थीं और जिनकी तस्वीर क्लिम्ट ने इसी दौरान चित्रित की थी। ये दोनों तस्वीरें क्लिम्ट की शैली में एक क्रन्तिकारी परिवर्तन का प्रतीक हैं। अपने विषय-वस्तु के साथ नाज़ुकता से किये गए सलूक, स्वप्नरूपी परिमंडल और व्यापक कामुकता में ये तसवीरें प्रतीकवाद के प्रभाव को बतलाती हैं जो विएना सशक्त ( जो की कला के क्षेत्र में एक अग्रसर आंदोलन था ) का एक महत्वपूर्ण अंग था जिसमें क्लिम्ट ने केंद्रीय भूमिका निभाई की थी। यह चित्र एक समकालीन फ्रेम में रखा गया है जिसे विएना कार्यशाला नामक एक कलाकारों एवं रूपांककों के समूह ने तैयार किया था क्यूंकि उनके आंदोलन से गहरे सम्बन्ध थे। यह तस्वीर क्लिम्ट की गेसंतकुंस्त्वरक ( संपूर्ण कलाकृति ) के विचार के प्रति प्रतिबद्धता का खूबसूरत उदाहरण है। 

पुनश्च : यहाँ आपको क्लिम्ट की वो अज्ञात कलाकृतियॉं मिलेंगी जिनके बारे आप कभी सोच भी नहीं सकते थे की वो उनकी हैं।