आज हमारा रूसी स्टेट म्यूजियम के साथ एक महीने की सांझेदारी का आखरी दिन है। इस म्यूजियम में रखी गई अन्य कलाकारीयों को हमारे संग्रह में देखना ना भूले।
बीसवीं सदी की शुरुआत में नाटक घरों को कला की ओर बहुत बड़ा योगदान रहा है। बीसवीं सदी में रूसी नृत्य ' बैले ' पूरे विश्व में प्रचलित थी अथवा, उसमे पहनने जाने वाली मनमोहक व सुंदर पोशाखें में कलाकारी का उमदा प्रदर्शन था। उस समय के प्रसिद्ध कलाकार इन पोशाखें की रूप - रेखाऐं बनाते थे। इस चित्र में प्रस्तुत 'लिडिया इवानोव' सोवियत बैले की एक उभरती कलाकार थी। कहा जाता है कि लिडिया का नृत्य 'नाटकीय अभिव्यक्ति' से भरा होता था। इस चित्र में लिडिया इवानोव ने अपनी ' पास डे ट्रोइस ' पोशाख पहनी हुई है जो मैरिंसकी थिएटर में प्रस्तुत ' पवेलियन आफ आरमिडा ' बैले में इस्तमाल हुई थी।
और जानकारी- बहुत चित्रकारों ने नाटकीय दृश्य के चित्र बनाए है उसमे से एक है ' पियरे अगस्टे रिन्वॉर'। उनके संग्रह थिएटर बक्स को आप यहां देख सकते है।