यह चित्र चित्रकार फिलिक्स वैलेटों के जीवन-दौर में बनाए गए कई निर्वस्त्र चित्रों में से पहले चरण का है। नरम, लयबद्ध रंगों की स्पष्ट बनावट में हम देख सकते हैं एक महिला की आकृति, जो अपने वस्त्र पेहेन, या उतार, रही है, उसके खूबसूरती से बने बाल और दरवाज़े की तरफ मुदा हुआ चेहरा मर्म प्रेम संबंधों की और इशारा करता हुआ। मगर वास्तविक सबूतों की कमी के कारण हम यह समझ सकते हैं कि बिस्तर और फैले हुए कपडे केवल चित्रकार के अवलंब हैं जिनके सामने उसने अपने निर्वस्त्र चित्र का मंचन किया है, पीछे के नज़रिये से।
वैलेटों का भीतरी चित्र सिनेमायी किस्म का है, माने किसी फिल्म का दृश्य हो। यह हॉपर के चित्रों के सामान लग रही है, न?
हमारे पसंदीदा वैलेटों कि रचनाओं में से एक यहाँ देखें!