डब्ल्यू (जेम्स विल्सन) मॉरिस का जन्म कनाडा के राष्ट्र बनने से दो साल पहले 1865 में मॉन्ट्रियल में हुआ था। उन्होंने एकेडमी जूलियन में फ्रांस में पढ़ाई की, बारबिजोन पेंटर हेनरी हार्पग्निस के साथ। वह कनाडा के सबसे प्रसिद्ध इम्प्रेशनिस्ट कलाकारों में से एक बन गए। मॉरिस पेरिस, फ्रांस में रहते थे, लेकिन अपने परिवार का दौरा करने के लिए 1914 तक हर सर्दियों में कनाडा लौटते थे। मॉरिस को पेरिसीन कैफे के दृश्य का आनंदित करते थे और वो पेरिस कला समुदाय में एक लोकप्रिय व्यक्ति थे। 1900 तक, मॉरिस ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर ली थी। हालांकि, 1924 में उनकी मृत्यु के बाद, उनकी कला को कनाडा में सराहा गया, जहां अब उन्हें एक महत्वपूर्ण कलाकार माना जाता है। कनाडाई कलाकारों की अगली पीढ़ी उनके काम से काफी प्रभावित थी। फेरी, क्यूबेक को 1939 में द नेशनल गैलरी ऑफ कनाडा, ओटावा द्वारा अधिग्रहित किया गया था।
फेरी, क्यूबेक को 1907 में 1896-1897 में क्यूबेक में सर्दियों की यात्रा के दौरान किए गए एक स्केच से चित्रित किया गया था। इस पेंटिंग को देखकर मुझे कम्पन आ जाती है! लेविस से क्यूबेक सिटी तक के नीले सेंट लॉरेंस नदी के पार एक छोटा सा सफेद घाट है। इम्प्रेशनिसम तरीके से चित्रित नदी जलमार्ग कम, बर्फ का प्रवाह ज्यादा लगती है। नौका की काली फ़नल और काले धुएँ का एक भंवर, जो कि घाट से ऊँची है, नदी की सफ़ेद ठंडी से दर्शकों की नज़र को देर दोपहर गुलाबी आकाश की ओर खींचता है और पृष्ठभूमि में बर्फीली चट्टानों की तरफ भी। घोड़े से खींची जाने वाली टैक्सियाँ और उनके चालक अपने यात्रियों के आने के लिए ठंड में सफ़ेद और ग्रे रंग के बीच डॉक पर घर के पास खड़े रह कर प्रतीक्षा करते हैं। आह! मेरी कॉफी कहाँ है?
- नॉर्मन क्लार्क
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