युकरेनी कलाकार मारीया प्रिमाचेंको (1909 - 1997) ने अपनी कला में कल्पना के उपयोग से सर्वव्यापक सत्य को यथार्थता और मानवता के भाग्य को प्रभावित करते दर्शाया है।
इस पेंटिंग का पूरा शीर्षक है: ए टाईगर एन्टर्ड द ऑर्चर्ड एंड इस डिलाइटिड देट द एपल ट्रीस हेव बोर्न फ्रूट, एपल्स आर प्लेंटीफुल। चित्रकार की कृतियों में उपवन और फल-वाटिका की सशक्त उपस्थिति है, वह प्रकृति एवं खुशहाल स्थलों के प्रतीक हैं जो मानव के साथ सुमेल में रहते हैं और अपनी पर्याप्तता सब पर निछावर करते हैं। हमें दिखता है कि कैसे मनुष्य का दैनिक परिर्षम प्रकृति की जीवनदायिनी शक्ति के साथ जुड़ कर नवीनीकरण अनुदान करता है। परंतु कई ऐसे भी समय आते हैं जब संकट का अनुचित हस्तक्षेप भी होता है। प्रिमाचेंको की कला में बाघ एक ऐसा प्रतीक है जो रहस्यमय, भाविता और अनियंत्रित को सुमिलित करता है। जैसे परी कथाओं में होता है, मानवीकृत जानवर और पार्श्विक मानव उनकी कृतियों में प्रतीक-कथा से गुणों और दोषों से प्रस्तुत होते हैं।यह कलाकार के चित्रण में निहित हास्य और व्यंग्य रस को वर्जित नहीं करता, अपितु, साथ ही एक दृढ़ विश्वास प्रलिपित करता है कि कला इस संसार को वैसा चित्रित कर सकती है, जैसा इसे आदर्श रूप में होना चाहिए।
इस अदभुत पेंटिंग ने इस प्रदर्शनी के शीर्षक को प्रेरित किया है Tiger in The Garden. The Art of Maria Prymachenko जो आज वारसो के म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट में खुल रही है। अगर आप वारसो में हैं, तो मिस ना करें। :)
पी.एस. इनकी कला की अनोखी दुनिया का अन्वेषण करें - Maria Prymachenko’s Art. कितने अद्भुत हैं यह जीव ? और अधिक युकरेनी लोक कला के बारे में जानकारी के लिए, यह लेख देखें!