करौलुस - डुरान 1870 के दौरान पेरिस के बेहद मशहूर चित्रकार थे। आकस्मिक अंदाज़ व् शिष्ट पहनावा , इस चित्र में वे शहर के रंगीन मिजाज़ी फैशन परस्त शख्स की तरह दर्शाये गए हैं। कोट के अंचल पर एक लाल पिन लगा हुआ है जो फ़्राँसीसी लीजन सम्मान का चिन्ह है जो उनको कला के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया गया था। अमरीकी प्रवासी कलाकार जॉन सिंगर सार्जेंट इन्हे अपने ज़माने का विशिष्ट पोर्ट्रेट चित्रकार मानते थे , उन्होंने करौलुस - डुरान के साथ अपनी पढाई की और अपने कलात्मत पेशे की शुरुआत इस चित्र को प्रदर्शित कर की थी जिसे काफी प्रशंशा मिली। चित्र के ऊपरी हिस्से पर उन्होंने एक अभिलेख लिखा जहाँ उन्होंने डुरान के प्रति श्रद्धा व्यक्त की है और खुद को "स्नेहशील छात्र " व्यक्त किया है।
है ना ये कमाल का चित्र ? आज की इस पेंटिंग के लिए हम शुक्रगुज़ार हैं दी क्लार्क का।
पश्चयालेख (P .S): सार्जेंट के चित्रों में से सबसे हमारे लिए सबसे नायाब चित्र यहाँ है , इसमें रंगीन मिजाज़ी , प्रसूतिशास्री व् शरारती दिलफेंक डॉ. पोज़्ज़ी हैं :)