नारसीस्स by  Caravaggio - 1600 - 113.3 × 94 सी.मी नारसीस्स by  Caravaggio - 1600 - 113.3 × 94 सी.मी

नारसीस्स

कैनवास पर तेल के रंग • 113.3 × 94 सी.मी
  • Caravaggio - 29 September 1571 - 18 July? 1610 Caravaggio 1600

इस रविवार भी हम आपके लिए कारावाजिओ और बर्निनी की प्रदर्शनी से एक चित्र लाएँ हैं, जिसे आप कुन्स्टहिस्टोरिशच म्यूजियम, विएना में 20 जनवरी, 2020 तक देख सकतें हैं l निश्चित रूप से इस चित्र के कलाकार कारावाजिओ हैं लेकिन इसके विषय का पूरी तरह से अध्ययन नहीं हुआ हैं l नारसीस्स की पौराणिक कथा का उल्लेख ओविड के मेटामोरफोसिस (रूपांतरण) में भी पाया जाता हैं, यह कहानी हैं एक सुन्दर शिकारी युवक कि जिसने कईं प्रेमिकाओं के प्रेम को ठुकराया था l बदले में नेमिसिस, एक यूनानी देवी ने उसे दंड दिया कि वह आजीवन प्रेम के लिए तरसता रहेगा l इसके पश्चात पानी में अपनी झलक देखकर उसे स्वयं से ही प्रेम हो गया l अपने प्रतिबिम्ब को पाने के प्रयास में वह पानी में डूब गया और उसकी मृत्यु हो गई l अन्य कलाकार इस विषय में प्रकृति, जैसे पेड़ पौधों को भी चित्र में दर्शातें हैं l

चित्र में कारावाजिओ ने काले रंग कि पृष्ठभूमि पर नारसीस्स को दर्शाया हैं जो उसकी मृत्यु का संकेत देती हैं, इस क्षण नारसीस्स अपनी झलक कि ओर आकर्षित हो गया हैं और उसे छूने कि कोशिश कर रहा हैं l चित्रकार ने निपुणता से इस विषय को दर्शाया हैं और दर्शक में भी वही भाव उत्त्पन्न हो रहें हैं जो नारसीस्स में. दर्शक भी नारसीस्स के प्रतिबिम्ब के घेरे का भाग बन गया हैं जो उसके घुटने से शुरू होता हैं l

नारसीस्स का विषय गैर-ईसाई हैं जो 18 वीं शताब्दी के नव्य-प्लेटोवाद के कारण ललित कला और साहित्य में अधिक लोकप्रिय था l इस चित्र को यूनानी कहावत ' स्वयं को पहचानो' से भी जोड़ा जा सकता हैं, जिसमे आत्म-ज्ञान मनुष्य को भगवन के पास लता हैं l इसके आलावा चित्र के माध्यम से कारावाजिओ अहंकार और ऊपरी सुंदरता से दूर रहने कि चेतावनी दे रहें हैं और अपने गुणों को पहचानने कि सीख दे रहें हैं l

- सीआर

अनुलेख. नारसीस्स हमेशा कलाकारों का लोकप्रिय विषय रहा हैं। 1966 में यायोई कुसामा ने नारसीस्स बाग बनाया था। इस शानदार स्थापना को यहां देखें।